राम भक्त शबरी की कहानी
यह कथा त्रेता युग के समय की है जब प्रभु श्री राम ने 14 वर्ष का वनवास लिया था और रावण द्वारा माता सीता हर ले जाने के बाद प्रभु राम और लक्ष्मण माता सीता की खोज में निकले थे। आईए जानते हैं एक ऐसे भक्त के जीवन के बारे में …
यह कथा त्रेता युग के समय की है जब प्रभु श्री राम ने 14 वर्ष का वनवास लिया था और रावण द्वारा माता सीता हर ले जाने के बाद प्रभु राम और लक्ष्मण माता सीता की खोज में निकले थे। आईए जानते हैं एक ऐसे भक्त के जीवन के बारे में …
भक्त कर्मठी जी का जन्म राजस्थान के बागड़ा क्षेत्र के किसी ग्राम में हुआ था । कर्मठी बाई जी कॉंथड़या कुल के ब्राह्मण श्री पुरुषोत्तम जी की पुत्री थी। भक्त कर्मठी जी का कृष्ण प्रेम कहां जाता है की भक्त कर्मठी बाईजी परम सुंदरी थी उनका बाहरी स्वरूप जैसा सुंदर था …
पौराणिक कथाओं में बहुत ही अद्भुत एक भील भीलनी की कथा है. चण्ड नामक एक सरल हृदय का भील था वह जंगल में रहता था। वहां उस जंगल में उसने देखा की एक टूटा फूटा पुराना शिवालय है उसमें कोई पूजा नहीं करता था। चण्ड भील ने उस शिवलिंग को उठाकर …
शिवमहिम्नस्त्रोतकी रचना करने वाले परम शिव भक्त गंधर्वराज पुष्पदंत हैं। बहुत पहले की बात है पुष्पदंत नाम के एक गंधर्व रहतें थें। गंधर्व शक्तिशाली जादुई प्राणी थे जो उड़ सकते थे तथा अदृश्य भी हो सकते थे। पुष्पदंत भगवान शिव के प्रबल भक्त थें। वह एक महान विद्वान और कवि थें। …
आज की कथा भक्त चरितांक ग्रंथ से ली गई एक माली भक्त की कथा है जो जगन्नाथ जी के परम भक्त हुऐं मणि दास माली। भक्त मणि दास का चरित्र दीन दुःखीं-प्राणियों के प्रति दया का भाव रहता था। तो आज आप जानेंगे जगन्नाथ भक्त मणि दास जी के जीवन के …
कृष्ण भक्त मीराबाई का जन्म 1498 में शरद पूर्णिमा के दिन मध्यान के समय उनका जन्म हुआ। मीराबाई के पिता का नाम राठौर रतनसिंह और माता का नाम वीर कुमारी था। मीराबाई का जन्म इस संसार को प्रेम का प्रकाश देने के लिए मीरा के रूप में कृष्ण प्रेम प्रकट हुआ …
भक्त ध्रुव की कथा बहुत ही प्रेरणादाई कथा है। स्वयंभू मनु और शतरूपा के दो पुत्र और तीन पुत्रियां थी उनके पुत्र के नाम प्रियव्रत और उत्तानपाद एवं पुत्रियों के नाम आकुति देवहुति और प्रस्तुति थी । महाराज उत्तानपाद की दो रानियां थी सुनीति एवं सुरुचि। सुनीति के पुत्र थे ध्रुव …
भक्त प्रहलाद भक्त प्रहलाद की कहानी में सर्वप्रथम हम उनके परिवार के बारे में जानेंगे। महर्षि कश्यप ने अपनी पत्नी दीति के गर्भ से हिरण्यकश्यप और हिरण्याक्ष नामक दो पुत्र हुए एवं सिंहका और होलिका नामक दो पुत्री को जन्म दिया। प्रहलाद के पिता का नाम हिरण्यकश्यप और माता का नाम …